उमरिया। ऐसे किसान जो अपने खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए अस्थाई बिजली कनेक्शन लेते हैं और उनको परमानेंट पंप कनेक्शन नहीं मिलता है या फिर बिजली बिलों से निजात पाकर खेतों की सिंचाई बिना बिजली के करना चाहते हैं तो उनके लिए केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना बेहतर है। योजना के तहत कुसुम-बी नाम की योजना भी है जिसमें किसान मात्र 10 फीसदी राशि जमा कर सोलर पंप कनेक्शन अपने खेत में लगवा सकता है और फिर बिजली और बिजली बिल की कोई झंझट नहीं न ही बिजली चोरी का अपराध करने की जरूरत होगी। सोलर पंप से खेतों में लगातार सिंचाई जारी रहेगी जिसका कोई मीटर रीडिंग दर्ज नहीं होनी है क्योंकि ये सोलर सिस्टम से चलेगा। इसे लगवाने के लिए सरकार 90 फीसदी का अनुदान दे रही है, यानि किसान मात्र 10 फीसदी पैसा लगाकर सोलर पंप की स्थापना अपने खेत में कर सकता है। हाल ही में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा ने पुर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी को निर्देश दिए हैं कि ऊर्जा विकास निगम से समन्वय बना कर 31 अगस्त तक योजना का क्रियान्वयन और कनेक्शन बढ़ाने का काम करें जिससे किसानों को लाभ मिल सके।

अस्थाई पंप कनेक्शन वालों को जाएगा एसएमएस

एसीएस ऊर्जा नीरज मंडलोई ने पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि बीते तीन सालों में जितने भी अस्थाई पंप कनेक्शन दिए गए हैं, वितरण केंद्र बार उसकी जानकारी मप्र ऊर्जा विकास निगम उपलब्ध कराना है और इसकी डेड लाइन 11 अगस्त तय को की गई है। प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना कुसुम बी को लेकर नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा एक मोबाइल मैसेज बनाया है जिसमें सोलर पंप लगाने की पूरी जानकारी दी गई है उसको एसएमएस के माध्यम से सभी अस्थाई पंप कनेक्शन वाले किसानों को भेजा जाएगा। किसानों की जानकारी उनका मोबाइल नंबर डिस्कॉम यानि विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सर्किल वार नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग को भेजा जाएगा।

वितरण केन्द्र प्रभारियों से लेकर मैदानी अमला करेगा संपर्क

प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में सोलर पंप लगवाने को लेकर उन किसानों से संपर्क किया जाएगा जो टीसी कनेक्शन लेकर बिजली का उपयोग करते हैं और अपनी फसलों की सिंचाई करते हैं। इसके लिए पहले तो नवीन और नव करणीय ऊर्जा विभाग द्वारा एसएमएस किया जाएगा उसके बाद वितरण केंद्रों के डीसी प्रभारी और लाइन स्टाफ के साथ आउटसोर्स के कर्मचारियों को भी लगाया जाना है कि वो किसानों से मिल कर प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में सोलर पंप लगवाने की जानकारी देकर उसके लाभ बताएं। जिससे किसान सोलर पंप लगाकर बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बने। इसकी भी समय सीमा अधिकारियों के लिए 31 अगस्त तय की गई है। इसके पहले एसीएस ऊर्जा मप्र के यह भी निर्देश हैं कि मैदानी अमले को पूरी जानकारी दी जाए कि आखिर प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में सोलर पंप योजना क्या है।

जानिए किसानों को होने वाले लाभ

प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में सोलर पंप लगवाने से किसानों को आखिर लाभ क्या होगा सबके जहेन में पहला सवाल होना लाजमी है। दरअसल मप्र में सभी जिलों में किसानों को सिंचाई के लिए सरकार बिजली बिलों में सब्सिडी तो देती है लेकिन समस्या ये है कि किसानों को सिंचाई के लिए बिजली महज 10 घंटे मिलती है और वो भी एक साथ नहीं दो किस्तों में दस घंटे बिजली दी जाती है जिससे किसानों की खेती में असर पड़ता है। दूसरा ग्रामीण क्षेत्रो में बराबर पॉवर सप्लाई मेंटेन नहीं होती है कभी बिजली है तो कभी नहीं और है तो तीन फेज नहीं है। बिजली का बिल तो सात सौ रूपया एचपी फिक्स है। अब यदि किसान अपने खेत में सोलर पंप की स्थापना कराता है तो उसे ट्रांसफार्मर जले होने से कोई सरोकार नहीं है, बिजली बिल से कोई मतलब नहीं है, दिनभर बेहतर सोलर के माध्यम से अपने खेतों की सिंचाई करें। उसे 10 घंटे बिजली से कोई मतलब नहीं होगा। बहुत किसान रबी के सीजन में टीसी कनेक्शन से बचते हैं और बिजली चोरी का अपराध करते हैं जो जेल तक भेज देता है। ऐसे में सोलर पंप बेहतर ऑप्सन होगा।

यह भी है शर्त –

प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में सोलर पंप लगवाने वाले किसान को अनुदान मिल जाएगा और फ्री में सिंचाई तो करेगा पर इस योजना में एक शर्त यह भी है कि जो किसान सोलर पंप के अनुदान का लाभ लेता है उसे फिर किसी भी प्रकार की ऊर्जा विभाग से कृषि पंप की सब्सिडी समाप्त की जाएगी। मतलब ये कि बिजली का फ्लैट रेट पंप कनेक्शन में मिलने वाली राज्य शासन की सब्सिडी उसे नहीं मिलेगी। पहले से पंप का बिजली कनेक्शन है तो उसे काटा जाएगा और दोबारा मांगने पर मिलेगा लेकिन बिलों में सब्सिडी नहीं होगी।

अधीक्षण अभियंता उमरिया योगेष कुमार उइके ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में सोलर पंप लगवाना किसानो के एक बेहतर वकल्प है, जिससे कसानों को बिजली की आवश्यकता नहीं होगी एवं कसान मत्र अपनी जरूरत के हिसाब से उतने ही एचपी का पंप अपने खेत में लगवा सकते हैं। जिसके परिणाम स्वरुप बिजली बिल देने की आवश्यकता नहीं होगी एवं पंप सौर्य उर्जा से चलेगा। इसके लए हमारे अधकारी और मैदानी अधकारी कर्मचारी विशेषकर टेम्परेरी कनेक्शन लेने वाले कसानों को योजना की जानकारी देने हेतु मैदान में उपलब्ध हैं। हालांकि ये योजना नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा वभाग द्वारा दी जा रही है पर डस्कोम से भी कसार्नी को पूरी सहायता मिलेगी।

प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना लाभ उठाने के लिए इन सरल स्टेप्स को फॉलो करें

इसके लिए पर जाएं और नवीन आवेदन पर क्लिक करें । कृषक का मोबाइल नंबर दर्ज करे। ओटीपी सत्यापन के बाद, आवष्यक जानकारियां भरे। इनमें कृषक का आधार ई-केवायसी, बैंक खाता विवरण, जाति प्रमाण पत्र, भूमि खसरा विवरण, इति सोलर पंप की जानकों दर्ज करें। सभी जानकारियों की पुष्टि करें और सबमिट करें। इसके बाद ऑनलाइन भुगतान का विकल्प दिखाई देगा भुगतान के बाद, आवेदक को आवेदन क्रमांक प्राप्त होगा और एसएमएस के माध्यम से सूचना मिल जाएगी।

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